श्रवण चौहान बाराबंकी
भारतीय किसान यूनियन भानू गुट के प्रदेश प्रभारी आशु चौधरी को बाराबंकी की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है दरअसल प्रदेश प्रभारी आशु चौधरी 20 जनवरी को तिरंगा यात्रा निकालने वाले थे, आपको बता दें कि आशु चौधरी के समर्थक रात को ही थाने का घेराव कर पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे उनके समर्थक का कहना है कि इस स्वतंत्र देश में तिरंगा यात्रा निकालने के लिए भी पुलिस जेल में डाल रही है यह काफी निंदनीय है, फिलहाल नगर कोतवाली के ठीक सामने आशु चौधरी के समर्थक कोतवाली का घेराव कर रहे थे जिस पर पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच मीठी झड़प भी हुई है, आशु चौधरी की पत्नी ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि आशु चौधरी तिरंगा यात्रा निकालने वाले थे जिस को रोकने के लिए बाराबंकी का शासन प्रशासन उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और आशु चौधरी के साथ अनहोनी की भी आशंका है.
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गौरतलब है कि इस पूरे मामले के बारे में जब नवाबगंज एसडीएम अभय पांडे से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने बात करने से साफ साफ मना कर दिया है इस पूरे मामले को लेकर किसानों में काफी ज्यादा आक्रोश देखने को मिल रहा है, किसानों का कहना है कि अगर किसान नेता आशु चौधरी को बाराबंकी शासन प्रशासन नहीं रिहा करता है तो हाई कोर्ट जाने के साथ-साथ धरना प्रदर्शन करते हुए रोड जाम करने का काम किया जाएगा, आपको बताते चलें कि इसकी लपेटे अब दिल्ली तक भी पहुंच गई है, रात्रि करीब 12:00 बजे आशु चौधरी को पुलिस वाहन में ले जाया गया है बताया जा रहा है कि आशु चौधरी को जेल भेज दिया गया है,
मिली जानकारी कि माने तो किसान नेता आशु चौधरी के ऊपर गुंडा एक्ट की कार्यवाही जिला प्रशासन कर सकता है आपको बता दें कि किसान नेता आशु चौधरी आए दिन किसानों के मुद्दों को लेकर जिला प्रशासन के कार्यों में बाधा बनने का काम कर रहे थे यही वजह है कि जिला प्रशासन आशु चौधरी के ऊपर खुन्नस खाया हुआ है, अभी हाल ही में सरकारी धान क्रय केंद्रों को लेकर किसान नेता आशु चौधरी बहुत बड़ा प्रदर्शन किया था इस प्रदर्शन को देखकर जिला प्रशासन के हाथ पांव फूल गए थे तो वही सरकारी धान क्रय केंद्रों पर फैले भ्रष्टाचार को लेकर लखनऊ के लिए कूच करने जा रहे थे जिसको लेकर बाराबंकी की नवीन मंडी में किसान नेता आशु चौधरी को बंद कर दिया गया था जिस पर उन्होंने जलन सील पदार्थ डालकर आग लगाने की भी कोशिश की थी फिलहाल इसी तरीके से किसान नेता आशु चौधरी किसानों की बात उठाने का काम किया करते थे
भानु प्रताप सिंह ने बाराबंकी के जिला प्रशासन शासन को खुला चैलेंज देते हुए कहा कि जल्द से जल्द किसान नेता आशु चौधरी को रिहा करे अन्यथा एक बड़ा प्रदर्शन करने का काम किया जाएगा ,जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार की होगी ,उन्होंने कहा कि जिनके ऊपर गुंडा एक्ट की कार्यवाही करना चाहिए उनके ऊपर गुंडा एक्ट की कार्यवाही न करते हुए उन्हें संरक्षण दिया जाता है ,किसानों के साथ अत्याचार करते हुए गुंडा एक्ट की कार्रवाई करने की बात बाराबंकी के जिलाधिकारी कर रहे हैं वह होश में आ जाए.
वही भारतीय किसान यूनियन भानु योगेश प्रताप सिंह प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश ने खुला चैलेंज देते हुए आशु चौधरी को जल्द रिहा करने को कहा है उन्होंने कहा कि बाराबंकी शासन प्रशासन अगर आशु चौधरी को रिहा नहीं किया तो 23 जनवरी को पूरे प्रदेश में चक्का जाम करने का काम किया जाएगा जिसका जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ जिला प्रशासन बाराबंकी होगा।
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प्रदेश प्रभारी आशु चौधरी की पत्नी ने बताया कि पुलिस तथा जिला प्रशासन आशु चौधरी के पीछे पड़ी हुई है क्योंकि आशु चौधरी भ्रष्टाचार की पोल खोलने के साथ-साथ किसानों के मुद्दों को उठाने का काम करते हैं यही वजह है कि किसान नेता आशु चौधरी शासन प्रशासन की नजरों में खटक रहे हैं।
इस पूरे मामले को लेकर जब हमारे संवाददाता श्रवण चौहान ने बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद से बातचीत की तो उन्होंने जानकारी देते हुए बताया की लायन आर्डर को देखते हुए धारा 151 के अंतर्गत आशु चौधरी व अन्य को जेल भेज दिया गया है जिनके ऊपर गुंडा एक्ट की कार्यवाही भी की जा रही है जो पहले से ही फाइल बनी हुई थी।
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