क्या होना चाहिए Flat का वास्तु शास्त्र
घर बनाते वक़्त लोग सबसे ज्यादा ध्यान वास्तु पर देते है, लेकिन वास्तु तब कैसे देखा जाएगी जब आप फ्लैट लेने के मूड में हो,फ्लैट खरीदने का विकल्प आर्थिक रूप से और समय की बचत करने के लिहाज से तो लाभकारी होता है, लेकिन फ्लैट खरीदने के बहुत सारे नुक्सान भी होते है, उदाहरण के तौर पर आप अपनी इच्छा अनुसार घर नहीं बना पाते हैं, जिसके चलते में फ्लैट में वास्तु दोष रहने की आशंका भी रहती है। ऐसे में वास्तु सम्मत फ्लैट खरीदने के लिए कुछ सावधानियां रखनी बेहद जरुरी हैं।
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चलिए जानते है फ्लैट के लिए कुछ ज़रूरी वास्तु
मुख्य द्वार की दिशा
निवास स्थान में ब्रह्मांडीय ऊर्जाओं के प्रवेश का स्थान यानी कि मुख्य द्वार सही स्थान पर होना बहुत जरुरी है। यह द्वार इस बात का निर्धारण करने में बड़ी भूमिका निभाता है कि आपका जीवन किस दिशा में जाएगा। उदाहरण के लिए उत्तर दिशा में तीन द्वार शुभ होते है, जिन्हें क्रमशः मुख्य, भल्लाट और सोम के नाम से जाना जाता है।
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विभिन्न कमरों की दिशाएं
निवास स्थान में कुछ गतिविधियों और कमरे, ऐसे होते हैं जिनका कुछ विशेष दिशाओं में होना वास्तु के अंतर्गत बेहद नकारात्मक परिणाम प्रदान करती है, जैसे कि उत्तर-पूर्व में निर्मित टॉयलेट एक ऐसा वास्तु दोष है, जिससे हर हाल में बचना चाहिए। इसी प्रकार अगर आपका बेड दक्षिणी नैऋत्य में स्थित है, तो यह वहां पर सोने वाले व्यक्ति के स्वास्थ्य को ख़राब करने और अनावश्यक खर्चों को बढ़ाने का काम करेगा
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